Bakhira Bird Sanctuary (बखिरा पक्षी विहार): प्राकृतिक सुंदरता
Introduction of Bakhira Bird Sanctuary
संत कबीर नगर में बखिरा झील भारत की सबसे बड़ी मीठे पानी का आर्द्रभूमि है, जहा बड़ी मात्रा में प्रवाशी पक्षी आते है, इसे 1990 में पक्षी विहार घोषित किया गया | यह लगभग 29 वर्ग किलोमीटर में फैला है |
केंद्र सरकार अधिसूचना जारी कर बखिरा के मोती झील को पक्षी विहार घोषित कर चुकी है। इस झील में ठंड के दिनों में प्रवासी पक्षियों के कलरव से झील गुंजायमान रहता है। अक्टूबर आने के बाद और मार्च शुरू होने तक इनकी वापसी शुरू हो जाती है। शेष आठ महीने का समय वीरान हो जाता है। झील का कुल क्षेत्रफल 2894.21 हेक्टेयर है |
इसमें स्थानीय पक्षियों के साथ ही प्रवासी पक्षियों की दर्ज़नों प्रकार की प्रजातियां झील की खूबसूरती बढ़ा देती है। झील में मौजूद विभिन्न प्रकार की मछलियां व अन्य जलीय वनस्पतियां महत्वपूर्ण है। झील के किनारे निवास करने वाले सैकड़ों परिवारों की आजीविका भी इसी पर निर्भर है। पर्यटन की दृष्टि से यह झील काफी महत्वपूर्ण है।
अभी जल्द ही बखिरा झील को रामसर साईट में शामिल किया गया है जिसका जानकारी उसकी आधिकारिक वेबसाइट से ले सकते है |